अब बदलेगी बदहाल जोहड़ की तस्वीर
भागीदारी, दिल्ली सरकार के सहयोग से षुरु हुआ जोहड़ का विकास कार्य, शमशान भूमि पर भी लगेगा हैण्ड पैम्प
स्ट्रीट रिपोर्टरः 25 जून, ग्राम विकास एसोसिएशन गाँव शाहाबाद मोहम्मद पुर के अथाह पर्यास से गाँव के जोहड़ का विकास कार्य आज शुरू हो गया है। यह जोहड़ दिल्ली के उन बदहाल जोहड़ों में से था जो सरकारी उपेक्षा का शिकार था। स्थानीय विधायक के टालमटोल करने के बाद आर डब्लू ए अध्यक्ष नरेश लाम्बा और
सचिव नरेश भारल दुवारा इस जोहड़ का काम भागीदारी से करवाने की योजना बनायीं और जुलाई 2011 में इसके लिए एस डी एम को प्रपोजल दिया गया। उन्होने बताया कि कई सरकारी अड़चनो को पार करते हुए आखिर में दो साल बाद इसका कार्य शुरू हो सका। भागीदारी योजना के तहत इस जोहड़ के लिए सोलह लाख अस्सी हजार रुपए मंजूर हुए हैं। इसका काम बाढ़ नियंत्रण एवं सिचाई विभाग दिल्ली सरकार करेगा। इसके लिए लगभग 1 माह का लक्ष्य रखा गया है। यह कार्य ग्राम विकास एसोसिएसन शाहबाद मौ0 पुर की देखरेख में होगा। इस काम को मंजूर करवाने में एस डी एम श्री अलोक शर्मा तथा दिल्ली वाटर बॉडी के सदस्य सचिव डॉ ० सुखदेव सिंह का काफी योगदान रहा। इसके लिए आज के कार्यक्रम में उनको गाँव की और से पगड़ी बांधकर सम्मानित किया गया। गाँव के जोहड़ पर आज पारंपरिक रूप से यज्ञ करवाया गया और जोहड़ में पानी के लिए गाँव वासियों द्वारा प्रार्थना की गयी। भागीदारी के प्रतिनिधि के तौर पर उपस्थित दिल्ली कैंट के तहसीलदार श्री सतबीर सिंह शर्मा जी को गाँव की और से श्री किशन चंद लाम्बा ने
पगड़ी बांधकर उनका आभार प्रकट किया। श्री सतबीर जी ने गाँव के विकास में भागीदारी के अलावा भी हर प्रकार से सहयोग करने का आश्वाशन दिया। गाँव के बुजुर्ग श्री ब्रम्हा लाम्बा, सरदारे खान, राय सिंह सोलंकी , किरपा प्रजापति के साथ तहसीलदार श्री शर्मा जी ने नारियल तोड़ कर जोहड़ के काम का शुभारम्भ किया। श्री नरेश लाम्बा ने गाँव वासियों को बताया की इस जोहड़ के आलावा गाँव की वर्षो पुरानी मांग- गाँव के शमशान पर किसी भी प्रकार का पानी इंतजाम न होना भी पूरी हो गयी हैं। शमशान पर भी भागीदारी द्वुारा हैण्ड पंप लगाया जायेगा जिसका काम भी इस सप्ताह शुरू हो जायेगा। डाॅ0 सुख देव सिंह जी ने गाँव के लोगो को जोहड़ के काम की बधाईयाँ देते हुए कहा की जोहड़ गाँव की सुख समृद्धि की पहचान होती हैं शहरो में तो अब कच्ची जमीन बहुत कम रह गयी हैं जिस कारण पानी जमीन में नहीं जा रहा हैं आपके द्वारा किया गया जोहड़ का विकास कार्य बहुत ही सराहनीय हैं। इसके किनारों पर जामुन, नीम आदि के पेड़ लगायें हम आपको पेड़ गाँव में ही निशुल्क देंगे। गाँव के बुजुर्गो ने बताया कि लगभग 20 साल पहले तक यह जोहड़ अच्छी अवस्था में था और पानी से भरा रहता था। गाँव की काफी परम्पराओं से जुड़ा होने के कारण यहाँ अकसर पूजा-पाठ होती थी। उसके बाद
डीडीए द्वारा जोहड़ की मिट्टी निकालने पर प्रतिबंध लगा दिया गया। अगर कोई मिट्टी निकालता तो डीडीए के कर्मचारी उसको रोक देते और पुलिस का भय दिखाते। जिससे मिट्टी की छटाँई न होने के कारण धीरे-धीरे जोहड़ का स्वरुप खत्म हो गया ओर पानी रुकने के लिए गहराई समाप्त हो गई। अगर जोहड़ की मिट्टी की प्रतिवर्श छटाँई नहीं होती और पानी की निकासी नहीं खोली जाती तो जोहड़ इसीतरह समाप्त हो जाते है। सामाजिक कार्यकर्ता मास्टर हरिओम गुप्ता ने कहा कि जोहड़ के मामलो में हमारी सरकार सो रही है ओर जब सरकारे सो जाती है तो जनता को जागना होगा और आज इस कार्य को देखते हुए लगता है कि शाहबाद गाँव के निवासी जाग चुके है। इस अवसर पर आर डब्लू ए के पदाधिकारियों के आलावा श्री रामफल दहिया, सहदेव सोलंकी, श्री कृष्ण दत्त, लक्ष्मन तंवर, भगवान सिंह सैनी, गाँव पालम से मास्टर हरिओम गुप्ता, गाँव समालका से श्री सतनारायण शर्मा सहित गाँव के काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।
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