Sunday, November 24, 2013

अनुशासन सीखें चाचा नेहरू से

अनुशासन  सीखें चाचा नेहरू से 
मित्रों, हमारे देश के पहले प्रधानमंत्री पंडि़त जवाहर लाल नेहरू जी काफी अनुशासित जीवन जीते थे। चाचा नेहरू के जन्म दिवस (14 नवंबर) पर जानें अपने जीवन को अनुशासन में लाने के कुछ महत्वपूर्ण टिप्स......
 बाल दिवस प्रत्येक 14 नवंबर को भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के जन्म दिवस के रूप में मनाया जाता है। 'बाल दिवस पर जगह-जगह समाराहों का आयोजन किया जाता है। पं. जवाहर लाल नेहरू को 'चाचा नेहरू कहा जाता था और उन्हें बच्चों से बहुत प्यार था। 
हमारे देश के महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर को कौन नहीं जानता। यदि उन्हें गाड आफ क्रिकेट कहा जाएं तो गलत नहीं होगा। उन्हें इस मुकाम तक पहुंचने के लिए उनके अनुशासित जीवन का बहुत बड़ा हाथ हैं। तभी तो वह टीम में सबके चहेते हैं, और अगर आप भी डिसिपिलन में रहेंगे, तो आपको न केवल घर में सम्मान प्राप्त होगा बलिक दोस्तों के बीच भी आप मशहूर हो जाएंगे। आप चाहे, तो उन्हें फालो कर सकते हैं।
आप अपनी लाइफ में आगे बढ़ने के लिए सबसे महत्वपूर्ण कदम यह उठाएं कि समय की वैल्यू को समझे। एक बार जो समय हाथ से निकल जाता हैं, वह वापिस नहीं आता, इसलिए आप अपने कीमती समय को बर्बाद करने की बजाय उसे सार्थक कार्यों में लगाएं।
अगर आप अपने से बड़ों का सम्मान नहीं करेंगे, तो कोर्इ आपको भी सम्मान नहीं देगा। अगर वह आपसे कुछ कहते है, तो उनकी बातों को अनसुना मत कीजिए, बलिक उनकी बातों को ध्यानपूर्वक सुनिए। आप उनकी बातों पर अमल करेंगे, तो यह और भी अच्छी बात होगी।
अगर आप कुछ गलत कार्य करते हैं, या अपने झूठ पर पर्दा डालने की कोशिश करते हैं, तो यह करना गलत हैं। आपकी जो भी समस्या हैं, वह आप पैरेंटस या टीचर्स से शेयर कर सकते हैं। इससे आपको भविश्य में झूठ बोलने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
यदि आप गलत भाशा का प्रयोग करते हैं, तो यह आपकी पर्सनैल्टी डेवलपमेंट में करागर सिद्ध नहीं होगा। आपकी अभद्र भाशा के कारण आपके पैरेंटस, टीचर्स के अलावा दूसरे लोग भी प्रभावित होंगे।
आप अपने प्रत्येक कार्य के लिए पैरेंटस या दूसरों पर पूरी तरह से डिपेंड न हो। अगर आप अपना छोटा-मोटा कार्य स्वयं कर लेते हैंं, तो आप आगे चलकर आत्मनिर्भर बन सकते हैं। सारी तथा थैंक्स कहने की अच्छी आदत आप अपने अंदर डालिए। अगर आप कुछ गलत करते हैं, तो सारी कहने में कोर्इ संकोच या शर्म महसूस नहीं करनी चाहिए।

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