5 रु के सिक्के पर मौलाना अबुल कलाम आजाद
मौलाना अबुल कलाम आजाद की 125वीं जन्मशती के अवसर पर बीस रुपये का स्मारक सिक्का और पाँच रुपये का प्रचलन में आने वाला सिक्का जारी किया
पीआर्इबी: 11 नवम्बर, केन्द्रीय वित्त मंत्री श्री पी. चिदंबरम ने मौलाना अबुल कलाम आजाद की 125वीं
जन्मशती के अवसर पर आज एक समारोह में बीस रुपये का स्मारक सिक्का और पाँच रुपये का प्रचलन में आने वाला सिक्का जारी किया। इस अवसर पर अन्य लोगों के अलावा अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री श्री के. रहमान खान, राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष श्री वजाहत हबीबुल्लाह, वित्त मंत्रालय के र्आथिक मामलों के विभाग में सचिव डा अरविंद मायाराम, सांसद और वित्त मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
मौलाना आजाद भारत के प्रमुख स्वाधीनता सेनानियों में से एक थे, जिन्होंने अविभाजित भारत के लिए काम किया। उन्होंने मुसिलम लीग की दो राष्ट्रों के सिद्धांत का विरोध किया और वे हिंदू-मुसिलम एकता के पक्षधर थे। वे भारत के पहले शिक्षा मंत्री थे। उन्हें 1992 में देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न मरणोपरांत दिया गया था।
मौलाना अबुल कलाम आजाद की 125वीं जन्मशती के अवसर पर बीस रुपये का स्मारक सिक्का और पाँच रुपये का प्रचलन में आने वाला सिक्का जारी किया
पीआर्इबी: 11 नवम्बर, केन्द्रीय वित्त मंत्री श्री पी. चिदंबरम ने मौलाना अबुल कलाम आजाद की 125वीं
जन्मशती के अवसर पर आज एक समारोह में बीस रुपये का स्मारक सिक्का और पाँच रुपये का प्रचलन में आने वाला सिक्का जारी किया। इस अवसर पर अन्य लोगों के अलावा अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री श्री के. रहमान खान, राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष श्री वजाहत हबीबुल्लाह, वित्त मंत्रालय के र्आथिक मामलों के विभाग में सचिव डा अरविंद मायाराम, सांसद और वित्त मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
मौलाना आजाद भारत के प्रमुख स्वाधीनता सेनानियों में से एक थे, जिन्होंने अविभाजित भारत के लिए काम किया। उन्होंने मुसिलम लीग की दो राष्ट्रों के सिद्धांत का विरोध किया और वे हिंदू-मुसिलम एकता के पक्षधर थे। वे भारत के पहले शिक्षा मंत्री थे। उन्हें 1992 में देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न मरणोपरांत दिया गया था।
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